BSE stock exchange in hindi : शेयर बाजार से हर कोई पैसा कमाता है लेकिन investor किसी भी कंपनी के शेयर में stock exchange के माध्यम से इन्वेस्टमेंट करते है आज इस ब्लॉपोस्ट के माध्यम से हम भारत के सबसे पुराने stock exchange BSE ( बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगें.
भारतीय शेयर बाजार में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की अहम भूमिका है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर हर तरह की कंपनियों को लिस्ट किया जाता है बीएसई भारत का ही नहीं बल्कि एशिया का भी सबसे पुराना स्टॉक exchange है तो अगर आप भी BSE के बारे में सारी जानकारी जानना चाहते है तो इस ब्लॉपोस्ट को अंत तक जरूर पढ़िएगा
क्युकी आज की इस ब्लॉपोस्ट में हम बीएसई क्या है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज कैसे काम करता है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना कब हुई के बारे में जानने वाले है
BSE क्या है ( What is Bombay stock exchange in hindi )
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज दुनिया का 10वा सबसे बढ़ा स्टॉक एक्सचेंज है बीएसई में लगभग 5500 से भी ज्यादा कम्पनिया रजिस्टर है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारत का नहीं बल्कि एशिया का सबसे बढ़ा स्टॉक एक्सचेंज है जिसे शेयर बाजार में 140 साल से भी ज्यादा का अनुभव है
nifty की तरह ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का भी एक बेंचमार्क index है जिसे सेंसेक्स के नाम से जाना जाता है इस सूचकांक को पहली बार 1986 में पेश किया गया था Sensex के अंदर ही 30 कंपनियों को रखा गया है इन कंपनियों की परफॉरमेंस के आधार पर ही बीएसई का result तय किया जाता है
BSE का इतिहास ( History of बीएसई in hindi )
BSE ने साल 1875 में ‘ The Nativ share and stock brokers association’ के नाम से स्थापना की थी लेकिन आगे चलकर इसका नाम बदलकर BSE कर दिया गया बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना प्रेमचंद रायचंद ने 300 लोगो के साथ मिलकर की थी लेकिन आगे चलकर लोगो की संख्या बढ़ने के कारण इसके लिए दफ्तर बनाया गया जिसे दलाल स्ट्रीट के नाम से जाना जाता है आज दलाल स्ट्रीट में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का टावर मौजूद है
1992 से पहले भारत में सिर्फ Bombay stock exchange मौजूद था और इसी के माध्यम से हर तरह का लेन-देन किया जाता था ज्यादा लेन देन को करने के लिए कागि ज्यादा समय लग जाता था और ज्यादा कर्मचारियों को भी काम पर रखना पड़ता था हर तरह का काम हाथ से बने दस्तावेजों की मदद से किया जाता था जिसके कारण शेयर बाजार में बहुत ज्यादा scam होने लग गए थे
जिन्हे रोकने के लिए 1992 में भारत सरकार SEBI का गठन किया था सेबी शेयर बाजार में धोखाधड़ी को रोकने के लिए इलेक्ट्रॉनिक तकनीक को लाना चाहती थी लेकिन BSE ने सेबी के नियों का पालन नहीं किया जिसके कारण मजबूर होकर सेबी ने National Stock Exchange (NSE) की स्थापना की थी
NSE और BSE में अंतर क्या है ( Difference between Nse and bse )
दोनों स्टॉक एक्सचेंज भारत के अच्छे स्टॉक एक्सचेंज है दोनों स्टॉक एक्सचेंज पर बहुत सी कम्पनिया रजिस्टर है दोनों exchanges का मुख्यालय मुंबई में स्थित है दोनों SEBI के अंतर्गत सभी नियमों का पालन करके काम करतर है लेकिन दोनों स्टॉक एक्सचेंज में कुछ अंतर भी है जिन्हे निचे बहुत clearly बताया गया है
NSE ( National Stock Exchange ) | BSE ( Bombay Stock Exchange ) |
1. NSE की स्थापना 1992 में की गयी थी 2. NSE की फुल फॉर्म National Stock Exchange है 3. NSE को 1993 में स्टॉक एक्सचेंज के रूप में पहचान मिली थी 4. NSE, का index nifty है 5. NSE की ग्लोबल रैंक 11 है | 1. BSE की स्थापना 1875 में की गयी थी 2. BSE की फुल फॉर्म Bombay Stock exchange है 3. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 1957 में स्टॉक एक्सचेंज के रूप में पहचान मिली थी 4. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का index सेंसेक्स है 5. BSE की ग्लोबल रैंक 10 है |
FAQ :
BSE की फुल फॉर्म क्या है ?
Bombay Stock Exchange
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना कब हुई थी ?
BSE की स्थापना 1874 में मुंबई में हुई थी
Bombay Stock Exchange का सूचकांक क्या है ?
बीएसई का सूचकांक Sensex है
बीएसई में कितनी कम्पनिया रजिस्टर है ?
बीएसई में वर्तमान में 5500 से भी ज्यादा कम्पनिया लिस्टेड है
Conclusion
आज के इस ब्लॉपोस्ट में हमने Bse kya hai in hindi के बारे में जानकारी प्राप्त की है अगर आपको यह ब्लॉपोस्ट पढ़कर जानकारी मिली हो तो आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे अगर आप Investment , Share market, के बारे में ज्यादा जानकारी जानना चाहते है यों हमें सोशल मीडिया पर follow जरूर करे