डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है ! Delivery trading strategies in hindi_1

Delivery Trading kya hai : अगर आप भी शेयर market में निवेश करना पसंद करते है तो आपको डिलीवरी ट्रेडिंग के बारे में जानकारी होना बेहद जरूरी है आमतौर पर शेयर मार्किट में दो तरह (डिलीवरी ट्रेडिंग और Intraday trading ) से ट्रेडिंग की जाती है मुख्यत : दो प्रकार की ट्रेडिंग को महत्व दिया जाता है

इस से पहले वाली पोस्ट में हमने इंट्राड़े ट्रेडिंग के बारे में जाना है लेकिन आज की इस पोस्ट में हम डिलीवरी ट्रेडिंग के बारे में जानेंगे डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करे, डिलीवरी ट्रेडिंग से होने वाले नुकसान और फायदे के बारे में जानने वाले है अगर आप भी शेयर मार्किट में लम्बे समय के लिए निवेश करना चाहते है तो आपको डिलीवरी ट्रेडिंग के बारे में पता होना चाहिए

मैं उम्मीद करता हूँ की यह पोस्ट पढ़ने के बाद में आपको डिलीवरी ट्रेडिंग के बारे में कोई और पोस्ट पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी डिलीवरी ट्रेडिंग के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए इस ब्लॉपोस्ट को अंत तक जरूर पढ़िएगा

Delivery Trading क्या है ( What is Delivery trading in hindi )

जब भी आप अपने Demat/Trading Account से किसी शेयर को डिलीवरी ऑप्शन सेलेक्ट करके खरीदेते है तो आप उन shares को अपनी मर्ज़ी के अनुसार चाहे तो अगले दिन भी बेच सकते है और चाहे तो 20 साल बाद भी बेच सकते है डिलीवरी ट्रेडिंग में इंट्राड़े ट्रेडिंग से ना के बराबर fees लगती है

डिलीवरी ट्रेडिंग को इंट्राड़े ट्रेडिंग से कम जोखिम भरा माना जाता है दुनिया के बड़े बड़े investor Warren buffet, Rakesh jhunjhunwala etc. सभी डिलीवरी ट्रेडिंग को करने की सलह देते है क्युकी इसमें आप अपनी मर्जी से शेयर को बेच सकते है

डिलीवरी ट्रेडिंग करने के लिए आपको कोई 4 या 5 साल का experience नहीं चाहिए बस आप कुछ basic knowledge के आधार पर भी डिलीवरी ट्रेडिंग कर सकते है अगर आप Compunding, की ताकत के बारे में जानते है तो आपको डिलीवरी ट्रेडिंग जरूर करनी चाहिए

डिलीवरी ट्रेडिंग कैसे करे ( How to do Delivery Trading )

 Delivery trading

अगर आप भी Delivery Trading करना चाहते है तो आपके पास एक Demat Account जरूर होना चाहिए क्युकी ज़ब भी डिलीवरी ट्रेडिंग के तहत किसी भी शेयर को खरीदते है तो वह आपके Demat Account में स्टोर हो जाता है

Demat Account बनने के बाद में आप उसकी offical एप्लीकेशन का इस्तमाल कर इंट्राड़े और डिलीवरी दोनों ट्रेडिंग को शुरू कर सकते है डिलीवरी ट्रेडिंग के तहत आप ज्यादातर shares को long-term के लिए होल्ड कर सकते है Demat Account खुलवाने के लिए हमने निचे कुछ Best एप्लीकेशन के लिंक दिए है जिनका इस्तमाल बहुत से बड़े बड़े investor भी करते है तो आप बिना किसी परेशानी के इन एप्लीकेशन का इस्तमाल कर डिलीवरी ट्रेडिंग कर सकते है जैसे -: Upstox, Groww, etc.

डिलीवरी ट्रेडिंग शुल्क : (Delivery Trading Charges in hindi )

Delivery Trading के बारे में इतनी जानकारी जानने के बाद में आपको डिलीवरी ट्रेडिंग करते वक़्त लगने वाले शुल्क के बारे में भी जानकारी होना बेहद ही जरूरी है क्युकी अगर आप डिलीवरी ट्रेडिंग करने लग गए और आपको पहली ही बार में अच्छा profit हो गया तो आपका पता ही नहीं लगेगा आपके profit पर कितने तरह के शुल्क लग जायेंगे तो चलिए जानते है डिलीवरी ट्रेडिंग पर लगने वाले शुल्क के बारे में -:

. Delivery Trading में आपको Brokerage और Transaction दोनों पर 18% GST का शुल्क देना होता है

. Full brokerage service में आपको 0.2% का charge देना पड़ता है बल्कि कुछ brokerage charge जीरो भी होते है

. STT CTT ( Security Transaction Tax ) लगता है जो की 0.25% buy और Sell पर लगता है

. Delivery ट्रेडिंग में SEBI के द्वारा भी charge लगाया जाता है जो buy और sell पर 0.0001% होता है

. ETC (Exchange Transition Charge) की इसमें NSE और BSE को भी buy और sell पर 0.00325% charge देना पड़ता है

डिलीवरी ट्रेडिंग के फायदे ( Advantage of delivery trading )

  1. डिलीवरी ट्रेडिंग में आप अपनी इच्छा अनुसार shares को होल्ड कर सकते है
  2. डिलीवरी ट्रेडिंग में बहुत कम risk माना जाता है
  3. ज़ब भी डिलीवरी ट्रेडिंग को लम्बे समय के लिए करते है तो कंपनियों के द्वारा आपको बोनस के रूप में Dividend दिया जाता है
  4. डिलीवरी ट्रेडिंग के दौरान ना के बराबर charge लगता है
  5. डिलीवरी ट्रेडिंग में ज्यादा मुनाफा माना जाता है क्युकी ज़ब आप किसी shares को लम्बे समय के लिए होल्ड करते है तो shares की क़ीमत के साथ आपकी इन्वेस्टमेंट भी बढ़ती है और बोनस के रूप में आपको Dividend भी दिया जाता है
  6. डिलीवरी ट्रेडिंग में कम ज्ञान की आवशयकता पड़ती है

डिलीवरी ट्रेडिंग के नुकसान ( Disadvantage of Delivery trading in hindi )

  1. डिलीवरी ट्रेडिंग में धैर्य की बहुत ज्यादा जरूरत होती है
  2. इस बात की कोई पुस्टि नहीं होती की long-term में आपको डिलीवरी ट्रेडिंग में अच्छे return मिलेंगे
  3. डिलीवरी ट्रेडिंग करते वक़्त अगर आपने गलत शेयर का चुनाव किया तो आपकी इन्वेस्टमेंट डूब भी सकती है
  4. डिलीवरी ट्रेडिंग करते वक़्त आपके पास लम्बे समय के लिए होल्ड करने के लिए पर्याप्त धनराशि जरूर होनी चाहिए
  5. डिलीवरी ट्रेडिंग में यह ज्ञात होना आवश्यक है की कब शेयर को खरीदना एवं बेचना है

Conclusion

आज की ब्लॉपोस्ट में हमने Delivery Trading in hindi के बारे में जानकारी प्राप्त की है अगर आपको हमारी यह ब्लॉपोस्ट लाभदायक लगी है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते है क्युकी ज्ञान बाटने से बढ़ता है और अगर आप ऐसी ही शेयर मार्किट, इन्वेस्टमेंट से सम्बंधित जानकारी हिंदी में जानना चाहते है तो आप हमें सोशल मीडिया पर भी follow कर सकते है

मैं Securehindi का founder हूँ मैं BCA का student हूँ इसीलिए मैं इस ब्लॉग के माध्यम से हर भारतीय तक इन्वेस्टमेंट, ब्लॉकचैन, Crypto, की जानकारी को हिंदी मैं पहुंचना चाहता हूँ अगर आप इन सब के बारे में जानने के लिए इच्छुक है तो हमें अभी फॉलो करे

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