Share Kya Hai : Share Market से हर कोई पैसा कमाना चाहता है लेकिन शेयर बाजार में entre करने से पहले आपको इसका अच्छा ज्ञान होना बेहद जरूरी है अगर आप बिना किसी जानकारी क्व शेयर मार्किट में प्रवेश करते है तो आपका बहुत ज्यादा नुक्सान भी हो सकता है अगर आप भी शेयर बाजार को गहराई से जानना चाहते है तो आज की इस ब्लॉगपोस्ट को अंत तक जरूर पढ़िएगा
क्युकी आज की इस ब्लॉगपोस्ट में हम शेयर के बारे में जानने वाले है शेयर मार्किट में अगर आप शुरुआत करने वाले है तो यह पोस्ट आपके लिए बहुत लाभदायक साबित हो सकती है आज की पोस्ट में हम जानने वाले है की Share क्या है यह कितने प्रकार के होते है शेयर कैसे जारी किये जाते है शेयर के फायदे एवं नुक्सान क्या है आदि
शेयर का अर्थ है ज़ब किसी कंपनी की पूंजी को सामान हिस्सों में बाँट दिया जाता है तो जो सबसे छोटा हिस्सा बनता है उसे शेयर कहते है ज़ब भी कोई निवेशक किसी कंपनी के शेयर को खरीदता है तो वह उस कंपनी का हिस्सेदार बन जाता है वह खरीदा हुआ शेयर उस बात का सबूत होता है की वह निवेशक उस कंपनी के जितने शेयर खरीदेगा उतना वह उस कंपनी का हिसेदार बन जायेगा
शेयर को हम उदाहरण सहित अच्छे से समझने की कोसिस करते है — मान लेते है एक AB नाम की कंपनी है जिसकी कुल पूंजी ( Share Capital ) 2000 है जिसे 100 सामान भागो में विभाजित किया गया है इस तरह से विभाजित करने के पश्चात कंपनी के एक भाग की वैल्यू ₹20 होंगी कुल पूंजी के सबसे छोटे भाग को ही शेयर कहा जाता है
कंपनी की कुल पूंजी को share capital कहा जाता है इस शेयर कैपिटल को ज्ञात करने के लिए विशेष सूत्र का इस्तमाल किया जाता है
शेयर कैसे बनते है
ज़ब भी किसी कंपनी को अपना बिज़नेस बढ़ाने के लिए पूंजी की जरूरत पड़ती है तो वस कंपनी का मालिक कंपनी के कुछ हिस्से को सार्वजनिक कर देता है तो वह अपनी कंपनी के कुछ भाग ( Shares ) को लॉट में आम जनता के लिए IPO के द्वारा जारी कर देता है जिसके बाद वह अपनी आवश्कता के आधार पर आम जनता से पैसे इकट्ठा करती है
IPO को सेबी के नियमों को ध्यान रखकर लॉन्च किया जाता है जिसके बाद कंपनी खुद को NSE या BSE पर सूचिब्द करके आम जनता से पैसा इकट्ठा करती है जिस किसी भी इन्वेस्टर को उस IPO में उत्सुकता होती है वह उसमें अप्लाई करता है
मुख्य रूप से 3 प्रक्रिया के शेयर्स होते है
Preference Share holders को Equity Share holder से ज्यादा प्राथमिकता दी जाती है Preference Share holder को Dividend देने में भी प्राथमिकता दी जाती है हालांकि company में किसी निर्णय पर इस तरह के शेयर धारको को वोटिंग करने का कोई अधिकार नहीं होता है
लेकिन अगर किसी कारणवस कंपनी का दिवालिया हो जाता है तो सबसे पहले Preference शेयर धारको का भुगतान किया जाता है Preference Shares की क़ीमत equity shares के मुकाबले में ज्यादा होती है
शेयर Market में ज़्यादातर सूचिब्द कम्पनिया equity शेयर ही issue करती है ज़्यादातर ट्रेडिंग equity शेयर में ही की जाती है क्युकी लगभग सभी कम्पनिया quity शेयर्स ही जारी करती है इस तरह के शेयर धारको के पास कंपनी में वोटिंग करने का अधिकार होता है
हालांकि कंपनी को दिवालिया हो जाने की स्थिति में इन्हे कोई भुगतान नहीं किया जाता है ना ही यह किसी तरह का clam कंपनी पर कर सकते है
DVR share Holders को equity share holder की तुलना में कम वोटिंग करने का अधिकार प्राप्त होता है DVR का अर्थ Different Voting rights होता है हालांकि DVR शेयर की किमी equity शेयर की तुलना में कम होती है
शेयर कैसे खरीदे ?
शेयर मार्किट से आप शेयर सीधे नहीं खरीद सकते है आपको किसी मध्यस्त की जरूरत पड़ती है बिना किसी मध्यस्त के आप किसी भी शेयर को नहीं खरीद सकते है शेयर खरीदने के लिए आपको एक स्टॉक ब्रोकर की जरूरत पड़ती है स्टॉक ब्रोकर BSE या NSE के Member होते है आप किसी भी ब्रोकर के जरिये अपना Demat Account open करके शेयर मार्किट में प्रवेश कर सकते है
अगर आप चाहे तो मेरी तरह Groww आप्लिकेशन का इस्तमाल कर शेयर मार्किट में इन्वेस्टमेंट शुरु कर सकते है अगर आप किसी ऑफर के तहत इस आप्लिकेशन पर अपना अकाउंट open करवाते है तो आप बिलकुल फ्री में अपना अकाउंट open कर सकते है इसके अलावा आप चाहे तो Upstox पर भी अपना अकाउंट open कर सकते है इस पर आप आँखे बंद करके भरोसा कर सकते है मैं यह बात इसलिए कह सकता हूँ क्युकी भारत के महान बिज़नेसमैन Rata Tata G ने इस अप्प में इन्वेस्ट किया हुआ है
. कंपनी समय समय पर अपने निवेस्को को Bonus के रूप में अतिरिक्त शेयर भी देती है
. जो भी इन्वेस्टर long-term के लिए शेयर्स को होल्ड करते है तो कंपनी उन होल्डर्स के लिए कुछ लाभांश जारी करती रहती है
. अगर आप किसी कंपनी के शेयर को कुछ समय के लिए खरीदते है तो उसकी शेयर valure growth के कारण आप उस से अच्छा मुनाफा कमा सकते है
. अगर किसी वर्ष कंपनी अच्छा profit earn करती है तो वह उस profit को अपने होल्डर्स के साथ शेयर जरूर करती है
. कंपनी का दिवालिया होने पर कंपनी के शेयर price में भारी गिरावट आती है जिसके कारण शेयर होल्डर को भी नुक्सान का सामना करना पड़ता है
. अगर आप शेयर खरीदने के बाद उस शेयर की क़ीमत बढ़ने पर सही समय पर उसे नहीं बेचते है तो आपको नुक्सान हो सकता है
. अगर आप बिना किसी ज्ञान के किसी शेयर को खरीदते है तो भविष्य में आपको घाटा हो सकता है
FAQ :
शेयर को हिंदी में क्या कहते है ?
शेयर को हिंदी में अंश या हिस्सा कहते है
Pledge शेयर क्या होता है ?
Pledge share वह शेयर है जो कंपनी के प्रमोटर्स के द्वारा गिरवी रखे जाते है
Right Share क्या होते है ?
Right share से अभिप्राय है वह शेयर्स जो कंपनी अपने मौजूदा निवेशकों के स्वामित्व के अधिकारों की रक्षा हेतु जारी किये जाते है
Sweat Share क्या है ?
वह शेयर्स जिन्हे कंपनी अपने कर्मचारी और डायरेक्टर्स को पुरसस्कृत करने के लिए जारी करती है वह Sweat share होते है
Conclusion
आज की ब्लॉगपोस्ट में हमने Share क्या है कितने प्रकार का होता है कैसे काम करता है के बारे में जानकारी प्राप्त की है अगर आपको पोस्ट पढ़कर जानकारी थोड़ी भी मददगार लगी हो तो इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे हम उम्मीद करते है की यह ब्लॉगपोस्ट पढ़ने के बाद में आपको Share की जानकारी हेतु कोई अन्य पोस्ट नहीं पड़नी पड़ेगी