Swing trading क्या है swing trading strategies in hindi _1

Swing trading in hindi : Stock मार्किट से हर कोई पैसा कमाना चाहता है हर investor stock market से भिन्न भिन्न तरीको से पैसे कमाते है लेकिन आज के इस लेख में हम स्विंग ट्रेडिंग के बारे में जानकारी जानने वाले है

स्विंग ट्रेडिंग में investor कम समय में अपनी capital पर अच्छा return earn कर सकता है इसलिए आज की इस ब्लॉपोस्ट में हम जानेंगे Swing trading क्या है स्विंग ट्रेडिंग कैसे काम करती है स्विंग ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है स्विंग ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाय

Swing Trading क्या है ( What is Swing trading in hindi )

ज़ब किसी भी कंपनी के शेयर को कुछ समय होल्ड करके अच्छे profit पर बेच दिया जाता है तो उसे स्विंग ट्रेडिंग कहते है शेयर मार्किट से पैसे कमाने के लिए trading का सबसे ज्यादा इस्तमाल किया जाता है लेकिन trading में सबसे ज्यादा स्विंग ट्रेडिंग को महत्व दिया जाता है

स्विंग ट्रेडिंग करने वाले trader को ज्यादा समय के लिए किसी भी शेयर को होल्ड नहीं करना पड़ता है ज़ब भी किसी शेयर को खरीदा जाता है तो shares की डिलीवरी ली जाती है इसलिए इसे Delivery Based Trading भी कहते है

स्विंग ट्रेडिंग से profit बुक करने के लिए trader को कंपनी की situation पर निर्भर नहीं रहना पड़ता उसे सिर्फ कंपनी के shares की क़ीमत पर नज़र बनाये रखनी होती है shares की क़ीमत एक swing trader का profit तय करती है

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Best plateform for Swing trading

अगर आप एक investor है तो आपको पता होगा की Crypto market हो या Share market दोनों market से paise कमाने के लिए आपके पास अच्छे प्लेटफॉर्म हों बेहद जरूरी है Swing trading के लिए आपको अच्छा प्लेटफॉर्म चुनने से पहले बहुत से methods को समझना बेहद ही जरूरी है

Cost : सबसे पहले आपको यह पता होना जरूरी है की आपके पास कितनी capital है स्विंग ट्रेडिंग करते वक़्त आपके पास जितनी ज्यादा capital होंगी उतना ही अच्छा आप profit बुक कर सकते हो

Account Size : Account size में आपको यह चुनना होता है की आप कितने paise से स्टार्ट कर रहे हो

Product : स्विंग ट्रेडिंग करते वक़्त आपको यह बात ध्यान रखनी होती है की आप स्विंग ट्रेड करने के लिए क्या चुन रहे हो Currency, ETFs,Option, Stocks, Future, bonds etc.

Geography : आपको यह जरूर पता होना चाहिए की आप किस एरिया में रहकर स्विंग ट्रेड कर रहे हो क्युकी कई बार स्विंग ट्रेडिंग करते वक़्त आपके एरिया में वह प्लेटफॉर्म काम नहीं करता है या आपके एरिया में उस प्लेटफॉर्म की सर्विस नहीं होती है

Swing trading strategies in hindi

एक स्विंग ट्रेडिंग सेटअप में, लाभ 5-10% होता है यह लाभ कुछ इन्वेस्टर के लिए ज्यादा तो कुछ के लिए कम हो सकता है परन्तु अगर आप स्विंग ट्रेडिंग के लिए 8 से 7% का profit देख रहे है तो उसके लिए 2 से 3% का Stoploss भी जरूर होना चाहिए

यदि price निचे जाता है तो loss बुक करके निकल जाना होता है Stoploss के कारण होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है इसलिए कहा जाता है की Swing ट्रेडिंग में हमेशा Calculated risk लेकर ट्रेड लेनी चाहिए

निचे आप स्विंग ट्रेडिंग में इस्तमाल की जाने वाली रानीतियों के बारे में जान पायंगे

Support & Resistance triggers ( सपोर्ट and रजिस्टेंस ट्रिगर्स )

इन ट्रिगर्स का इस्तमाल स्विंग ट्रेडिंग के अलावा अन्य प्रकार की ट्रेडिंग में भी किया जाता है

Support Value, करंट वैल्यू के निचे का level होता है जहाँ पर बेचने के दबाव के कारण ज्यादा खरीदारी होती है इसमें एक स्विंग ट्रेडर, सपोर्ट लाइन के निचे एक Stoploss के साथ समर्थन लाइन में उछाल पर खरीदारी कर ट्रेडिंग में प्रवेश करता है

ठीक इसी तरह Resistance trigger भी काम करता है यह level करंट वैल्यू से ऊपर होता है जहाँ पर खरीदारी से ज्यादा बिक्री होती है जिसके कारण स्टॉक उस Resistance level को तोड़ नहीं पाता है

Channel Trading ( चैनल ट्रेडिंग )

यदि कोई स्विंग ट्रेडर trend के साथ में ट्रेडिंग करना चाहता है ऐसी स्थिति में चैनल ट्रेडिंग का इस्तमाल किया जाता है Swing trading में चैनल ट्रेड, मंदी (Bearish) या तेजी ( Bullish) के आस पास होता है ज़ब स्टॉक चैनल की टॉप लाइन से उछलती है तो इसमें position ली जाती है

इसके अलावा Moving average या Moving average crossover जैसे इंडिकेटर का इस्तमाल किया जाता है इसके अलावा ज़ब कोई भी ट्रेडर स्विंग ट्रेडिंग को live करता है तो वह अनुभव से और भी ज्यादा सीखता है

स्विंग ट्रेडिंग कैसे करे (How start swing trading )

swing trading

Swing Trading की शुरुआत करने से पहले आपके पास Demat Account होना अनिवार्य है यदि आपके पास Demat Account नहीं है तो आप लिंक पर क्लिक करके UPSTOX Demat Account को सिर्फ कुछ सिंपल स्टेप्स को पूरा करके open कर सकते है इसके बाद आप बिना किसी extra charges के swing trading शुरू कर सकते है

स्विंग ट्रेडिंग करने के लिए आपको शेयर मार्किट के Technical Analysis, Chart patterns को समझना बेहद जरूरी होता है क्युकी स्विंग ट्रेडिंग से पैसे कमाने के लिए trader को कंपनी की स्थिति से कोई फर्क नहीं पड़ता

क्युकी swing trading में ट्रेडर सिर्फ उस कंपनी के शेयर price पर ध्यान केंद्रित करता है कितने समय में वह price कितना गिर रहा है या उठ रहा है

Swing trading tips in hindi

अगर आप स्विंग ट्रेडिंग के शुरुवाती दिनों में है तो स्विंग ट्रेडिंग के इन नियमों का इस्तमाल कर सकते है इन ट्रेडिंग नियमों का इस्तमाल आप अपने रियल- टाइम मार्किट निवेशो में लागु कर सकते है

👉. Price Action पैरामीटर की आपको निगरानी जरूर रखनी चाहिए

👉. स्विंग ट्रेडिंग में मार्किट की खबरें ज्यादा प्रभाव नहीं डालती है ज़्यादातर मार्किट खबरें बस Short-term के लिए प्रभाव डालती है

👉. स्विंग ट्रेडिंग करते वक़्त चार्ट का अध्यन जरूर करे

👉. स्विंग ट्रेडिंग करते वक़्त हमेशा Calculated risk लेकर चलना चाहिए

👉. स्विंग ट्रेडिंग कभी भी छोटी कंपनियों में नहीं करनी चाहिए

👉. आप जिस शेयर में स्विंग ट्रेडिंग कर रहे है उसमें अच्छा वॉल्यूम जरूर होना चाहिए

👉. किसी भी स्टॉक के होल्डिंग period के दौरान कंपनी की न्यूज़ पर जरूर नज़र रखे इस न्यूज़ से स्टॉक पर जरूर प्रभाव पड़ता है ख़ासकर तिमाही के दौरान आने वाली न्यूज़

स्विंग ट्रेडिंग के उद्देश्य ( Objectives of Swing trading )

👉. Momentum traders : ज़ब भी किसी लम्बे समय से स्थापित ट्रेड का अंत होने की संभावना होती है, तो इस समय पर मार्किट में momentum बनता है उस समय Momentum traders इसका अच्छा फायदा उठाते है

👉. Target : एक अच्छे स्विंग ट्रेडर को अपनी कैपिटल पर बढ़िया profit बुक करने के लिए खुद के टारगेट पर फोकस करना बेहद जरूरी है एवं स्विंग ट्रेड किसी निश्चित टारगेट को मध्य रखकर की जाती है

👉. Profit Buk : एक अच्छे स्विंग ट्रेडर को momentum की पहचान होना आवश्यक है और momentum आने पर अपना Profit buk करना स्विंग ट्रेडर का उदेश्य होता है

👉. Shares की पहचान करना : एक अच्छे स्विंग ट्रेडर को सही shares की पहचान करना आना चाहिए क्युकी किस समय पर किस शेयर में ट्रेड लेना ज्यादा फायदेमंद होगा यही एक स्विंग ट्रेडर का उदेश्य होता है

👉. Earn Profit 5% to 15% : एक अच्छे स्विंग ट्रेडर का उद्देश्य अपनी इन्वेस्टमेंट का 5% से 15% profit बुक करना होता है लेकिन बहुत बार नए ट्रेडर सही समय पर exit नहीं करते जिसके कारण उन्हें loss का सामना करना पड़ता है

स्विंग ट्रेडिंग और इंट्राड़े ट्रेडिंग में अंतर ( Difference between Swing trading and Intraday trading )

Swing Trading Intraday trading
1. स्विंग ट्रेडिंग को आप part-टाइम में भी कर सकते है1.इंट्राड़े ट्रेडर को full-time ट्रेडर कहा जाता है
2. स्विंग ट्रेडिंग के लिए अच्छी एनालिसिस की जाती है जिसके कारण future में अच्छा profit हो पाता है 2. इंट्राड़े ट्रेडिंग के लिए सिर्फ Patterns की आवश्यकता होती है क्युकी आप एक दिन में profit बुक करते है
3. स्विंग ट्रेडिंग कुछ घंटों से लेकर महीनों तक हो सकती है इसलिए इसमें margin बहुत अच्छा होता है3. इंट्राड़े ट्रेडिंग में आपको बहुत ध्यान रखना पड़ता है क्युकी सिर्फ एक गलत ट्रेड आपकी सभी ट्रेडस को loss में कर सकती है
4. स्विंग ट्रेडिंग में loss के chance बहुत कम होता है 4. इंट्राड़े ट्रेडिंग में आपको कम profit होता है
5. अगर आप किसी भी स्विंग ट्रेड को long-term को देखते हुए करते है तो आप निश्चित ही अच्छा profit बुक करते है 5. इंट्राड़े ट्रेडिंग सिर्फ एक दिन में की जाती है इसलिए मार्किट में उतरने से पहले आपको पेपर ट्रेडिंग जरूर करनी चाहिए

Swing trading के फायदे (Advantage of swing trading)

  1. Swing trading के जरिये restrictive work से संबंधित लोगो को ज्यादा लाभ पहुँचता है
  2. जो अभी शेयर मार्किट को सिख रहे है इस तरह स्विंग ट्रेडिंग करके वह भी पैसे कमा सकते है
  3. शेयर मार्किट से जल्दी पैसे कमाने का यह सबसे आसान रास्ता माना जाता है
  4. शेयर मार्किट से पैसे कमाने का स्विंग ट्रेडिंग को सबसे अच्छी तकनीक माना जाता है जो कम समय में ज्यादा अच्छे result देने पर फोकस करती है
  5. स्विंग ट्रेडिंग करके एक ट्रेडर अपने लिए नियमित Monthly income Generate कर सकता है
  6. स्विंग ट्रेडिंग को हर इंसान part-time जॉब की तरह भी कर सकता है क्युकी इसमें आपको अपना पूरा समय देने की जरूरत नहीं होती

स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान ( Disadvantage of swing trading )

  1. यदि आपको शेयर मार्किट की ज्यादा जानकारी नहीं है तो स्विंग ट्रेडिंग आपके किये नुकसानदायक साबित हो सकती है
  2. स्विंग ट्रेडिंग करते समय आपके पास उचित मात्रा में capital का होना जरूरी है कम पैसो से आप स्विंग ट्रेडिंग से अच्छे रिजल्ट्स नहीं ला सकते है
  3. स्विंग ट्रेडिंग करते समय आपका शेयर में प्रवेश करने का समय और शेयर से बाहर निकलने का समय बहुत clear होना चाहिए
  4. बिना technical analysis को जाने अगर आप स्विंग ट्रेडिंग करते है तो आपको इसमें नुकसान का सामना करना पड़ सकता है

निष्कर्ष :

आज की ब्लॉपोस्ट में हमने Swing trading in hindi के बारे में जानकारी प्राप्त की है अगर यह पोस्ट आपको सहायक लगी हो तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करना अगर आप शेयर मार्किट या इन्वेस्टमेंट के बारे में ज्यादा जानकारी जानना चाहते है तो आप हमें social media पर भी follow कर सकते है

FAQ :

मैं स्विंग ट्रेडिंग से कितना कमा सकता है ?

अगर आप स्विंग ट्रेड को long-term में देखते है तो आप 20-25% बढ़ी आराम से कमा सकते है आमतौर पर स्विंग ट्रेड शेयर्स के लिए लाभ का लक्ष्य 5-10% की सीमा में है

क्या स्विंग ट्रेडिंग passive income है ?

नहीं.

Swing ट्रेडिंग कितने दिनों के लिए किया जाता है ?

स्विंग ट्रेड कुछ घंटों से लेकर महीनो तक हो सकती है

स्विंग ट्रेडिंग करते समय कोनसा सेगामेंट सेलेक्ट करना चाहिए ?

स्विंग ट्रेडिंग शेयर डिलीवरी बेस्ड खरीदे जाते है इसलिए इसमें आपको डिलीवरी ऑप्शन चुनना चाहिए

मैं Securehindi का founder हूँ मैं BCA का student हूँ इसीलिए मैं इस ब्लॉग के माध्यम से हर भारतीय तक इन्वेस्टमेंट, ब्लॉकचैन, Crypto, की जानकारी को हिंदी मैं पहुंचना चाहता हूँ अगर आप इन सब के बारे में जानने के लिए इच्छुक है तो हमें अभी फॉलो करे

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