Portfolio Meaning in hindi पोर्टफोलियो के बारे में विस्तार से जाने _2024

Portfolio Kya Hai : Share Market में निवेश करने वाले हर एक निवेशक के लिए यह जरूरी है की उसका Portfolio Positive side में move करे लेकिन जिन निवेशकों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती है उनके लिए यह Opposite में move करता है मतलब समय के साथ उनका पोर्टफोलियो Increase होने की जगह Decrease होता रहता है

इसलिए एक निवेशक के लिए बहुत जरूरी विष्य हो जाता है की उसे इस टॉपिक के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हो चाहिए तो अगर आप भी Portfolio Meaning in hindi के बारे में सारी जानकारी जानना चाहते है तो इस पोस्ट को अंत तक जरुए पढ़ियेगा क्युकी आज की पोस्ट में हम Portfolio क्या है कैसे काम करता है Types Of पोर्टफोलियो सही portfolio कैसे बनाये के बारे में सम्पूर्ण जानकारी जानने वाले है

पोर्टफोलियो क्या है ( Portfolio Kya Hai )

Portfolio अर्थात Investment List यह लिस्ट एक निवेशक द्वारा किये हुए निवेश को दर्शाती है इस लिस्ट के द्वारा एक निवेशक अपनी इन्वेस्टमेंट को ट्रैक कर सकता है इस लिस्ट को एक निवेशक ( Mutual Funds, Bonds, Commodity, Shares, etc. ) में निवेश कर बनाता है share market में एक निवेशक का पोर्टफोलियो जितना Diversified होगा उतना उसके लिए बेहतर साबित होता है जितना ज्यादा एक निवेशक अपनी Investment को बढ़ाता है उतना ज्यादा बढ़ा उसका पोर्टफोलियो होता है

शेयर बाजार में पोर्टफोलियो क्या है ( Share Market Portfolio Meaning in hindi )

ज़ब भी कोई निवेशक किसी कंपनी में निवेश करता है तो उस से पहले वह उसके Fundamental, Technical, P/E ratio, Debt Ratio, etc. की जांच करता है यदि उसे उस कंपनी के सभी points सही लगते है तो वह उस कंपनी के कुछ shares buy करता है Buy करने के तुरंत बाद ही वह कंपनी उसके Portfolio में Add हो जाती है उस पोर्टफोलियो में उसके द्वारा निवेश की हुई सभी कंपनी के shares होते है समय समय पर वह उन shares की जांच करता रहता है

हमेशा एक अच्छा इन्वेस्टर जो भी स्टॉक उसके पोर्टफोलियो में Add है उस स्टॉक के गिरने पर उसे और ज्यादा खरीदता है क्युकी उस इन्वेस्टर को उसके Fundamental पर इतना यकीन होता है की आगे चलकर Compaunding के Magic के कारण वह इस से बहुत अच्छे return कमा सकता है इसलिए यह एक इन्वेस्टर के लिए जरूरी हो जाता है की वह अपने Portfolio में अच्छे स्टॉक्स को ही Add करे और थोड़े बहुत गिरावट से उसे कोई ज्यादा फर्क ना पड़े

पोर्टफोलियो के प्रकार ( Types Of Portfolio )

Portfolio Meaning in hindi
👉. Aggressive Portfolio
👉. Diversified Portfolio
👉. Defensive Portfolio
👉. Income Portfolio
👉. Speculative Portfolio
Types Of Portfolio

# Aggressive Portfolio :

जो लोग शेयर मार्किट से बहुत जल्द पैसा कमाने चाहते है वो लोग इस तरिके का पोर्टफोलियो बनाते है अब उन्हें जल्द से जल्द अपने पैसे को कई गुना करना होता है तो वह अगर बड़े स्टॉक्स में निवेश करेंगे तो उन्हें शायद डबल होने में भी काफी ज्यादा समय लग जाएगा इसलिए वह ऐसी कंपनी को ढूंढ़ते है जो Smaal Cap होती है

वह Penny Stocks का एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाते है काफी ज्यादा सस्ते में बहुत ज्यादा shares को buy करते है और अपना Aggressive Portfolio बनाते है लेकिन इस तरह के पोर्टफोलियो में बहुत ज्यादा risk होता है या तो इसमें कई गुना return मिलते है या फिर पैसे डूब जाते है

इसलिए इस तरह के पोर्टफोलियो को high level के इन्वेस्टर द्वारा ही बनाया जाता है क्युकी उसे ऐसी इनफार्मेशन पता होती है जो शायद एक छोटा निवेशक कभी जान भी नहीं सकता है

# Diversified Portfolio

Diversified Portfolio मतलब पैसे को अलग-अलग जगह करके निवेश किया जाता है जिसके कारण एक इन्वेस्टर का risk बहुत ज्यादा कम हो जाता है इस पोर्टफोलियो को हम एक उदाहरण के साथ समझते है

मान लेते है की आदित्य ने 10 अलग -अलग सेक्टर की बेस्ट कंपनियों में निवेश किया हुआ है जिसके कारण उसका पोर्टफोलियो Diversified होजाता है अब 20 साल बाद जी वह अपने पोर्टफोलियो को देखता है तो उसमे से 5 कंपनी में उसका पैसा डूब चूका होता है लेकिन 5 कंपनी में से 2 कंपनियों ने 15%, 2 ने 19% और 1 ने 24% का return उसे बना कर दिया होता है

अंत में ज़ब वह अपनी caluculation करता है तो उसके पास करोड़ो का return होता है Diversified Portfolio के अंदर यदि एक कंपनी डूब भी जाती है तो दूसरी कंपनी इन्वेस्टर को बहुत बढ़िया return बना कर दे सकती है इसलिए जो भी इन्वेस्टर अपने risk को बिलकुल कम करना चाहता है उसे इस तरह का पोर्टफोलियो build करना चाहिए

# Defensive Portfolio

Defensive Portfolio एक इन्वेस्टर के risk कम कर देता है इसलिए इसे Less Risky Portfolio भी कहा जाता है इस तरह के portfolio में Nifty50 के अंदर आने वाली कंपनी में निवेश किया जाता है क्युकी Nifty50 के अंदर बेस्ट 50 कम्पनिया होती है जो देश के अंदर सबसे अच्छा perfrome कर रही होती है यदि Long-term, के हिसाब से देखा जाए तो इस तरह की कंपनी में Compaunding Interset से हमेशा इन्वेस्टमेंट increase होती है

इस तरह की कंपनी के साथ पूरा देश Index Fund चलते है इसलिए इस तरह की कंपनियों में 99% सुरक्षित रहता है और समय के साथ साथ एक अच्छे interset Rate से हमेशा Groww होता रहता है

# Income Portfolio

Income Portfolio इसलिए बनाया जाता है ताकि वह इन्वेस्टर इस पोर्टफोलियो से earn करता रहे इस पोर्टफोलियो को बनाने का असली मकशद Dividend Income से होता है शेयर मार्किट में ऐसी बहुत सी कम्पनिया होती है जो 10%, 20% तक अपने इन्वेस्टर्स को Dividend देती है जो एक बैंक के FD return से बहुत अच्छा है

इस तरह यदि आप एक Income Portfolio बनाते है जिसमें आपने 20 लाख रूपये निवेश किये हुए है तो 20% के हिसाब से आपके पास हर साल 4 लाख रूपये डिवीडेंड के रूप में आता रहेगा जिसे आप अपने खर्चो में इस्तमाल कर सकते है

# Speculative Portfolio

यदि आप मार्किट में. सिर्फ ट्रेडिंग करने के उदेश्य से आये है तो आप इस तरह का Portfolio Build कर सकते है क्युकी इस तरह के पोर्टफोलियो में Investment की बजाये ट्रेडिंग की जाती है यह बहुत ज्यादा रिस्की भी माना जाता है

क्युकी ज्यादा पैसा बनाने के लालच में बहुत सारे ट्रेडर्स Option Trading में फस जाते है और बहुत जल्द अपनी Capital Wipe Out करवा लेते है Option Trading सबसे ज्यादा risky ट्रेडिंग मानी जाती है क्युकी इसमें सेकंण्ड्स के हिसाब से आपके पैसे बढ़ भी सकते है और सही ज्ञान न होने के कारण घट भी सकते है

पोर्टफोलियो कहा पर देख सकते है

पोर्टफोलियो के बारे में इतनी जानकारी जानने के बाद बहुत सारे लोगो के मन में यह सवाल होगा की हम अपने Portfolio को कहा पर देख सकते है तो इसे आप अपने Demat/Trading Account में देख सकते है आपके अपने द्वारा open किये हुए Demat अकाउंट को open करना है और उसके अंदर आपको एक Holdings का option दिखाई देगा आपको उसके ऊपर क्लिक करना है जिसके बाद आप उस section आपके द्वारा Buy किये हुए Stocks की performance देख पायेंगे

इसके अलावा यदि आपने किसी Mutual Fund या Index Fund में SIP या Lumpsum इन्वेस्टमेंट की हुई है तो आपको Mutual Fund वाले option पर क्लिक करना है एवं उसके Dashboard पर क्लिक करने में बाद में आपको आपकी Sip या Lumpsum इन्वेस्टमेंट का portfolio दिख जाएगा इस तरिके से बिलकुल आसान स्टेप्स को follow करके अपने पोर्टफोलियो को देख सकते है

क्या पोर्टफोलियो बनाना जरूरी है ( Portfolio is Important in Share Market )

हर निवेशक के मन यह सवाल आता है मेरे मन में भी आया था की क्या पोर्टफोलियो बनाना जरूरी है तो इसका जवाब है हाँ, अगर आप Share Market से अच्छी income generate करना चाहते है तो आपको एक अच्छा पोर्टफोलियो बनाना बेहद जरूरी है इसके लिए आपको पोर्टफोलियो के सभी नियम का पता होना जरूरी है ताकि आप गलत स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो में add ना कर ले

सही portfolio को बनाने के लिए आपके पास ज्ञान होना बेहद जरूरी है क्युकी बिना ज्ञान के या फिर किसी की टिप्स से यदि आप शेयर मार्किट में निवेश करेंगे तो आपका अंत में लॉस ही होगा या फिर profit होगा तो आपको पता ही नहीं होगा की आपका कितना profit और होगा इसलिए शेयर मार्किट में आपके पास ढेर सारा ज्ञान होना बेहद जरूरी है

अगर आपके पास 5 लाख रूपये है तो आपको वह 5 लाख किसी एक कंपनी में निवेश नहीं करने है बल्कि अलग- अलग सेक्टर को बेस्ट कंपनी में निवेश करने है ताकि आपने वाले समय यदि कोई कंपनी नहीं भी चल पाती है तो जो कंपनी चल रही है वह आपको अच्छे return कमा कर दे इसलिए शेयर मार्किट में अगर आप Long-Term के लिए टिके रहना चाहते है तो आपके पास एक अच्छा पोर्टफोलियो जरूर होना चाहिए ऊपर हमने portfolio के सभी प्रकार के बारे में चर्चा की है आप अपने अनुसार एक अच्छा पोर्टफोलियो Build कर सकते है

निष्कर्ष

आज के इस ब्लॉगपोस्ट में हमने जाना की हमें Portfolio क्यों बनाना चाहिए पोर्टफोलियो को बनाने से एक इन्वेस्टर long-term में शेयर मार्किट से पैसे कमा सकता है इसलिए एक इन्वेस्टर को पोर्टफोलियो जरूर बनाना चाहिए यफी आपको यह जानकारी मददगार लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे क्युकी ज्ञान बाटने से बढ़ता है

मैं Securehindi का founder हूँ मैं BCA का student हूँ इसीलिए मैं इस ब्लॉग के माध्यम से हर भारतीय तक इन्वेस्टमेंट, ब्लॉकचैन, Crypto, की जानकारी को हिंदी मैं पहुंचना चाहता हूँ अगर आप इन सब के बारे में जानने के लिए इच्छुक है तो हमें अभी फॉलो करे

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