डिवीडेंड क्या होता है कैसे मिलता है Dividend meaning in hindi _1

Dividend kya hota hai : अक्सर आप न्यूज़ में यह सुनते है की उस इन्वेस्टर ने शेयर मार्किट से 10 20 करोड़ का Dividend प्राप्त किया बहुत सी कंपनियों के CEO तो अपनी सैलरी तक नहीं लेते बस अपनी कम्पनिस के ज्यादा से ज्यादा शेयर्स को होल्ड करके रखते है और उनसे मिलने वाले डिवीडेंड से और अमीर होते जाते है

यहां तक की दुनिया के सबसे बड़े इन्वेस्टर्स में से एक Warren Buffet भी हर साल लगभग 2000 करोड़ से भी ज्यादा डिवीडेंड प्राप्त करते है और Dividend Investing के कारण ही आज दुनिया के 3 सबसे अमीर आदमी है लेकिन अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा की यह Dividend क्या होता है

अगर आपको भी डिवीडेंड के बारे में जानकारी जननी है डिवीडेंड क्या है कैसे मिलता है डिवीडेंड कोनसी कंपनी ज्यादा देती है डिवीडेंड के प्रकार डिवीडेंड Investing स अमीर कैसे बने क्या हमें डिवीडेंड इन्वेस्टिंग करनी चाहिए अगर आप डिवीडेंड के बारे में सारी जानकारी जानना चाहते है तो इस ब्लॉगपोस्ट को अंत तक जरूरत पढ़े अगर मैं उम्मीद करता हूँ इस पोस्ट को पढ़ने के बाद में आपको कोई और दूसरी पोस्ट पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी

डिवीडेंड क्या होता है ( Dividend in hindi )

ज़ब किसी वर्ष किसी कंपनी को ज्यादा profit होता है तो वह उस profit को डिवीडेंड के रूप में अपने शेयहोल्डर्स के अकाउंट में credit कर देते है यह डिवीडेंड Per share के रूप में होता है इसे Per Quartly या yearly दिया जाता है लेकिन इस डिवीडेंड को Cash या शेयर के रूप देना है यह निर्णय कंपनी के कार्यकर्ता के द्वारा लिया जाता है

आमतौर पर डिवीडेंड देना पूर्णयता कंपनी पर निर्भर होता है लेकिन मार्किट में ज़्यादातर कम्पनिया नई होती है इसलिए वह कंपनी से होने वाले profit को कंपनी में ही reinvest कर देती है जिससे कंपनी और ज्यादा प्रगति करती है ऐसे में शेयहोल्डर्स को ना के बराबर डिवीडेंड दिया जाता है

Dividend meaning in hindi

डिवीडेंड को हिंदी में ( लाभ + अंश ) लाभांश कहा जाता है अर्थात लाभ का अंश मतलब अगर किसी कंपनी को किसी वर्ष ज्यादा लाभ हो जाता है तो वह लाभ का कुछ हिस्सा (अंश ) शेयहोल्डर्स को में बात देती है

डिवीडेंड के प्रकार (Types Of Dividend )

Dividend kya hota hai

डिवीडेंड के बारे में इतनी जानकारी जानने के बाद में आपको इसके types के बारे में भी ज्ञान होना बेहद जरूरी है

  1. Cash Dividend
  2. Stock Dividend
  3. Scrip Dividend
  4. Liquidating Dividend
  5. Property Dividend

हर कोई कंपनी इनमें से किसी भी प्रकार डिवीडेंड अपनी निवेशकों को दे सकती है लेकिन इनमें सबसे ज्यादा लोकप्रिय Cash Dividend को माना जाता है और ज़्यादातर कम्पनिया भी इस डिवीडेंड को देने में समर्थन रहती है लेकिन इसे भी दो वर्गो में विभाजित किया गया है

# Interim Dividend

यदि कोई कंपनी आपको वर्ष के बिच में डिवीडेंड देने की घोषणा करती है तो वह Interim Dividend होता है इसे अंतरिम डिवीडेंड भी कहा जाता है एवं इस डिवीडेंड को वित्तीय वर्ष के दौरान दिया जाता है

इस तरह का डिवीडेंड कंपनी अपने Cash Reserve में से अपने शेयहोल्डर्स को प्रोवाइड करवाती है

# Final Dividend

कंपनी अपनी फाइनल स्टेटमेंट जारी होने के बाद जिस डिवीडेंड की घोषणा मरती है एवं ज़ब कंपनी अपने इन्वेस्टर्स को वर्ष के अंत में डिवीडेंड प्रदान करती है तो वह Final डिवीडेंड होता है

डिवीडेंड यिल्ड क्या होता है ( Dividend yield meaning in hindi )

अगर आपने किसी कंपनी के share में निवेश कर रखा है तो आपको उस share की मार्किट प्राइस पर साल भर में कितनी वैल्यू प्राप्त होंगी डिवीडेंड यिल्ड एक ratio होता है जो किसी भी share की डिवीडेंड देने की शमता को दर्शाता है

Dividend yield = Annual Dividends per share × Vurrent Market price

डिवीडेंड पर शेयर क्या होता है ( Dividend per share in hindi )

अगर आपने किसी अच्छा डिवीडेंड देने वाली कंपनी में निवेश किया है तो कंपनी आपको per share कितना डिवीडेंड देने वाली है यह डिवीडेंड per share के अनुसार दर्शाया जाता है जिसे डिवीडेंड per share कहा जाता है

डिवीडेंड कब मिलता है

डिवीडेंड के बारे में इतनी महत्वपूर्ण जानकारी जानने के बाद में आपको यह जरूरत पता होना चाहिए की डिवीडेंड आपको कब मिलता है साथ में आपको इस से सम्बंधित और भी तथ्य का पता होना आवशयक है इन सभी सवालों के जवाब हम निचे जानेंगे

Dividend Declaration Date :

इस दिन कंपनी के Board of Directors शेयहोल्डर्स को डिवीडेंड देने की घोसणा करते है इस घोषणा में कंपनी कितना डिवीडेंड इस बार देने वाली है, कब देने वाली है, रिकॉर्ड डेट आदि तथ्य को खोल दिया जाता है

Record Date :

हरेक कंपनी के शेयहोल्डर्स की एक रिकॉर्ड बुक होती है जिसमें सभी शेयर होल्डर्स के नाम दर्ज होते है Record date के दिन जिन भी होल्डर्स के नाम इस बुक में दर्ज होते है वही डिवीडेंड पाने का हक़दार होते है

Ex Dividend Date :

अगर आपको किसी कंपनी का डिवीडेंड प्राप्त करना है तो आपको वह shares ex date के पहले खरीदने होते है यह डेट रिकॉर्ड डेट के 2 दिन पहले की होती है जिस दिन आप उस कंपनी के shares को खरीद सकते है एवं डिवीडेंड को पा सकते है

Payment Date :

जिस दिन सभी शेयहोल्डर्स के डिवीडेंड का भुगतान सफलतापुर्क कर दिया जाता है तो उसे Payemnt Date कहा जाता है

डिवीडेंड को कैसे कैलकुलेट करे ( How to calculate Dividend )

डिवीडेंड की कैलकुलेशन करने के लिए आपको एक सूत्र का ज्ञान होना बेहद जरूरी है जिसे अगर आप सही ढंग से अप्लाई करते है तो आप किसी भी कंपनी का डिवीडेंड कैलकुलेट कर सकते है

Dividend Formula

डिवीडेंड को ज्ञात करने के लियर पहले आपको 3 स्टेटमेंट्स का पता होना बेहद जरूरी है

. सबसे पहले आप जिस भी कंपनी का डिवीडेंड ज्ञात करना चाहते है उस कंपनी का आपको करंक्ट मार्किट प्राइस पता होना जरूरी है

. दूसरा आपको उस कंपनी का Dividend Yield पता होना चाहिए जो आप किसी भी स्टॉक एक्सचेंज में जाकर पता कर सकते है

. आखिरी आपके पास में जितने share है उस संख्या का आपको पता होना जरूरी है

जब आप इन तीनो का ज्ञात हो जाए तो आप निचे दिए गए इस फॉर्मूले का इस्तमाल करके आसानी से किसी भी कंपनी का डिवीडेंड ज्ञात कर सकते है

Dividend = CSP ( Current Share Price × dividend yield × numbers of shares )

डिवीडेंड के फायदे ( Advantage of Dividend )

. Dividend Income ज़ब भी आप किसी कंपनी के shares को लम्बे समय के लिए होल्ड करते है तो उस कंपनी की वैल्यूशन बढ़ने से आपका पोर्टफोलियो तो बढ़ेगा ही साथ में आपको डिवीडेंड Income भी प्राप्त होंगी

. Extra Income : अगर आप डिवीडेंड से extra income चाहते है तो आप रिकॉर्ड डेट से पहले शेयर को खरीद कर डिवीडेंड मिलने पर उसे बेच भी सकतते है

. High return : अगर आप अशा डिवीडेंड देने वाली कंपनियों में निवेश करते है तो आप एक FD से भी अच्छा return पा सकते है क्युकी ऐसी बहुत सी कम्पनिया है जो आपको 10 – 15% का डिवीडेंड भी देती है

डिवीडेंड के नुक्सान ( DisAdvantage of dividend )

. Trader के लिए नुक्सानदायक : अगर आप ट्रेडिंग करते है तो आप डिवीडेंड से पैसे नहीं कम सकते है क्युकी डिवीडेंड के लिए share को लम्बे समय के लिए होल्ड करना पड़ता है

. बिना रिसर्च के इन्वेस्ट करना : बहुत से नए निवेशक ज्यादा रिसर्च किये बिना कम डिवीडेंड देने वाले Shares में invest कर देते है जिस से उन्हें ना के बराबर डिवीडेंड दिया जाता है

. Dividend को देखकर इन्वेस्टमेंट करना : ज़्यादातर इन्वेस्टर डिवीडेंड के लिए shares को buy करते है लेकिन अगर कंपनी लोस्स मेकिंग है तो वह अपने इन्वेस्टर को ज्यादा डिवीडेंड नहीं दे पाती है

FAQ :

डिवीडेंड कैसे मिलता है ?

जितने share आपके पोर्टफोलियो में मौजूद होते है उसके हिसाब से आपको डिवीडेंड दिया जाता है

सबसे ज्यादा डिवीडेंड देने वाली कंपनी कोनसी है ?

Britannia Industries LTD.

Share Market में डिवीडेंड का मतलब क्या होता है

डिवीडेंड एक कंपनी के profit का हिस्सा होता है जिसे कंपनी अपने शेयहोल्डर्स के बिच बाँट देती है

Conclusion

आज की ब्लॉगपोस्ट में हमने Dividend क्या है डिवीडेंड कैसे मिलता है डिवीडेंड के फायदे एवं नुक्सान के बारे में जानकारी प्राप्त की है अगर आपको पोस्ट पढ़कर जानकारी थोड़ी भी मददगार लगी हो तो इस पोस्ट को आप अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे हम उम्मीद करते है की यह ब्लॉगपोस्ट पढ़ने के बाद में आपको डिवीडेंड की जानकारी हेतु कोई अन्य पोस्ट नहीं पढ़नी पड़ेगी अपने Valueable Comment करके जरूर बताना की आपको पोस्ट कैसे लगी

मैं Securehindi का founder हूँ मैं BCA का student हूँ इसीलिए मैं इस ब्लॉग के माध्यम से हर भारतीय तक इन्वेस्टमेंट, ब्लॉकचैन, Crypto, की जानकारी को हिंदी मैं पहुंचना चाहता हूँ अगर आप इन सब के बारे में जानने के लिए इच्छुक है तो हमें अभी फॉलो करे

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