Fundamental Analysis क्या है कैसे करे ? Fundamental Analysis in hindi_1

Fundamental Analysis kya hai : ज़ब भी किसी निवेशक को अच्छे कंपनी के शेयर ko ढूढ़ना होता है तो वो Fundamental ही मदद जरूर लेता है क्युकी Technical Analysis की मदद से आप सिर्फ Intraday में सही ट्रेड ले सकते है लेकिन यदि किसी निवेशक को long-term, के लिए निवेश करना है

तो वो Fundamental Analysis की सहायता जरूर लेता है लेकिन सही जानकारी न होने कारण बहुत बार Fundamental Analysis करते समय कुछ ऐसी गलतियां निवेशक से हो जाती है जिनके कारण वो एक Mutual Fund को भी Beat नहीं कर पाता है

इसलिए यदि आप भी फंडमेन्टल एनालिसिस की सटीक जानकारी को जानना चाहते है तो आज के. इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ियेगा क्युकी आज के इस लेखक में हम Fundamental Analysis क्या है कैसे काम करता है फंडमेन्टल करके सही कंपनी को कैसे find करे आदि.

फंडमेन्टल एनालिसिस क्या है ( Fundamental Analysis kya hai )

Fundamental Analysis kya hai in hindi

ज़ब भी कोई निवेशक निवेश के लिए शेयर को ढूंढ़ता है तो वह कंपनी का शेयर उसके लिए अच्छा होगा या नहीं यह जाँचने के लिए वह उसमे Fundamental Analysis करता है जिसके बाद वह उस कंपनी की Intrinsic Value को निकाल पाता है Intrinsic Value मतलब जिस प्राइस पर कंपनी का शेयर ट्रेड कर रहा है यदि वह निवेशक उस प्राइस पर कंपनी में निवेश करता है तो वह ज्यादा तो नहीं है

Fundamental के इस्तमाल से निवेशक कंपनी का Debt, Dividend, Share price etc. जैसी बहुत से फैक्टर्स पर ध्यान देता है कंपनी की ग्रोथ Quartet के अकॉर्डिंग बढ़ रही है या नहीं ज़ब निवेशक फंडमेन्टल एनालिसिस कर लेटस है तो वह अपनी धनराशि को उस कंपनी में निर्धारित समय के लिए निवेश कर सकता है

Fundamental Analysis कैसे करे

फंडामेन्टल एनालिसिस के बारे में जानने के बाद अब आप निचे दिए स्टेप्स को follow करके किसी भी कंपनी का फंडामेन्टल एनालिसिस कर सकते है

👉. Earning Per Share (EPS) को जरूर देखे

👉. कंपनी के sales पर ध्यान दे एवं उसके इन्वेस्टर्स की रिपोर्ट पर भी ध्यान दे

👉. P&L Profit and Loss को जरूर जांच करे

👉. Cash Flow Statement को चेक करे

👉. Management Analysis की जांच करे

👉. वह कंपनी जिस Sector से सम्बंधित है उस सेक्टर की ग्रोथ पर भी ध्यान दे

👉. कंपनी कितना Dividend देती है इस पर भी ध्यान जरूर करे

👉. कंपनी पर सेल्स से ज्यादा कर्जा नहीं होना चाहिए

यदि आप ऊपर दिए गए स्टेप्स को सही से follow करते है तो आप किसी भी कंपनी की आर्थिक मजबूती का पता लगा सकते है Fundamental Analysis के इन स्टेप्स को follow करने के बाद कंपनी की Strongness एवं Weakness का पता लगता है जिसके कारण एक निवेशक कंपनी में निवेश करने के निर्णय को सही ढंग से ले पाता है

शेयर का फंडामेन्टल एनालिसिस कैसे करे ?

यदि आप किसी शेयर का fundamental analysis करना चाहते है तो आपको कुछ स्टेप्स को follow करना होगा जिसके बाद में आप आसानी से किसी भी शेयर का fundamental Analysis कर सकते है इन स्टेप्स के बारे में आप निचे जान सकते है

किसी अच्छे Sector की कंपनी को चुने

Fundamental Analysis करने के लिए आपको सबसे पहले किसी अच्छे सेक्टर के शेयर को चुनना होगा जिसके अंदर Consumer/Retail, जैसे सेक्टर सम्मिलित होते है यदि आप इन stocks के शेयर का एनालिसिस कर निवेश करते है तो बहुत ज्यादा chance होते है की आप अच्छे return पा सकते है

लेकिन बहुत बार ऐसा होता है की एक नया निवेशक गलत कंपनी का एनालिसिस करके उसमे निवेश कर डरता है फलसवरूप उसे नुक्सान का सामना करना पड़ता है इसलिए हमेशा सेक्टर को ध्यान में रखकर स्टॉक को चुनना चाहिए

बिजनेस को समझने की कोसिस करे

सबसे अहम बात ज़ब आप किसी कंपनी को चुनते है तो आपको उसके बिजनेस के बारे में सारा ज्ञान होना चाहिए क्युकी ऐसा बहुत बार देखा गया है की निवेशक किसी के बहकावे में आकर किसी भी कंपनी में निवेश कर देता है और ज़ब उस कंपनी में Downfall आता है तो वह भी छोटे इन्वेस्टर की तरह panic में आकर sell कर देता है

जबकि वही एक अच्छे इन्वेस्टर को यह पता होता है की यह कंपनी किस बिजनेस मॉडल पर काम करती है एवं अगर इसमें Downfall आया है तो यह क्यों आया है और कब तक चलेगा ऐसी situation में वह और भी ज्यादा Quantity buy करता है जिस से कम क़ीमत में उसके पास उस शेयर की ज्यादा Quantity होती है

Fundamental Analysis करते वक़्त Ratio को भी देखे

आपको जैसे नाम से ही पता चल रहा है की Financial Ratio मतलब ऐसे ratio जिनसे आपको यह पता चलता है की कंपनी में निवेश करना चाहिए या नहीं या जिस समय पर आप निवेश कर रहे है वह समय सही है या नहीं इन सभी points को clear करने के लिए आप निचे दी गयी ratio की जानकारी को जरूर पढ़े

Debut to equity ratio

जैसे आपको नाम से ही पता चल रहा है की Debut to equity मतलब कंपनी पर कितना कर्जा है यदि कंपनी पर ज्यादा कर्ज होगा तो वह ज्यादा लम्बे समय तक मार्किट में टिक नहीं पाएगी यदि यह ratio 1 से कम है

तो आप उस कंपनी में निवेश कर सकते है लेकिन वही अगर यह 1 से ज्यादा पाया जाता है तो उस शेयर को जोखिम भरा माना जाता है क्युकी यदि कंपनी की Sales से ज्यादा कंपनी पर कर्ज होगा तो वह अपने निवेशकों को अच्छे return देने में असमर्थ रहती है

P/E ratio

इस ratio के जरिये आप यह जानते है की आपने शेयर को ज्यादा महंगा या सस्ता तो नहीं खरीद लिया है क्युकी इस भी किसी कंपनी का p/e ratio 20 से कम पाया जाता है तो उसे एक बहुत अच्छा ratio माना जाता है लेकिन हम सिर्फ P/E ratio को देखकर किसी कंपनी के बिजनेस का पता नहीं लगा सकते है

क्युकी ऐसे बहुत सी कंपनी है जिनका P/E ratio 20 से ज्यादा है लेकिन वह मार्किट में अच्छा Performe कर रही है और अगर यह ratio 20 से कम भी है तो वह कंपनी भी मार्किट में अच्छा कर रही है अब आप बोलेंगे की अगर कम या ज्यादा रहने पर कंपनी को अच्छे result ही देने है तो फिर इस ratio को निकलने का फायदा ही क्या है तो इस ratio के ऊपर मैंने एक पूरा आर्टिकल लिखा हुआ है आप उसे पढ़कर इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी जान सकते है

Market Compition को भी देखे

Fundamental Analysis करते समय ज़ब आप सभी स्टेप्स को देख लेते है तो आपको उस कंपनी के कॉम्पिटिशन को भी देखना होता है ऐसा बहुत बार देखा गया है की बहुत सी ऐसी कंपनी होती है जिनका मार्किट में कोई भी Compititor नहीं होता है और इस तरह की कंपनी में महान इन्वेस्टर Warren Buffet इन्वेस्टमेंट करना पसंद नहीं करते है

शायद इसीलिए इन्वेस्टमेंट की दुनिया में आज उनका डंका बजता है आपको ऐसी बहुत सी कंपनी मार्किट में मिल जायँगी जिनका कॉम्पीशन कोई भी कंपनी नहीं कर पाती है इसलिए आपको इस तरह की कंपनियों से दूर रहना है

Financial Statement को भी जरूर पढ़े

तो दोस्तों यह Point रह गया था इसके लिए मैं माफ़ी चाहूंगा Financial Statement के अंदर आपको कंपनी की सभी satement पर ध्यान देना होता है कंपनी की इस Statement को पढ़कर आप कंपनी के बारे में बहुत सी अहम जानकारी जान पाते है

इस Statement के अंदर आपको Profit/Loss, Cash Flow Statement, Balance Sheet जैसे statement को पढना होता है अब यह मत बोलना की भाई हम तो Commerce के स्टंडेंट नहीं है हमें यह सब नहीं आता दोस्त सच बताऊ इसमें आपको सिर्फ अहम बातो पर ध्यान देना है जो आपके काम की है

अगर आप चाहते गई की में इनके ऊपर एक पूरा आर्टिकल लिखू तो आप कमेंट में जरूर बताये और आप सिर्फ उन्ही स्टेप्स को follow करके किसी भी कंपनी की Financial Statements को आसानी से पढ़ सकते है

फंडामेन्टल एनालिसिस के प्रकार ( Types Of Fundamental Analysis in hindi )

Fundamental Analysis को 2 वर्गो में विभाजित किया गया है

# Qualitative Analysis

ज़ब निवेशक फंडामेन्टल एनालिसिस के अंतर्गत बिजनेस मॉडल, Brand, Value, Leadership, Monolopy, etc. के डाटा पर रिसर्च करता है तो वह Qualitative Analysis होती है

# Quantitative Analysis

ज़ब निवेशक फंडामेन्टल एनालिसिस के अंतर्गत P&L, CSh Flow Statement, Balance Sheet, etc. पर डाटा पर रिसर्च करता है तो वह Quantitative Analysis कहलाती है

निष्कर्ष

आज के लेख में हमने Fundamental Analysis in hindi के बारे में जानकारी प्राप्त की है मैं उम्मीद करता हूँ की आज की जानकारी जानने के बाद में आपको कंपनी के शेयर का एनालिसिस करने में बहुत मदद मिलेगी

यदि आप शेयर मार्किट की जा करी जानने में उत्सुकता रखते है तो आप हमें सोशल मीडिया पर भी follow जरूर करे आज के इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे क्युकी ज्ञान बाटने से बढ़ता है

मैं Securehindi का founder हूँ मैं BCA का student हूँ इसीलिए मैं इस ब्लॉग के माध्यम से हर भारतीय तक इन्वेस्टमेंट, ब्लॉकचैन, Crypto, की जानकारी को हिंदी मैं पहुंचना चाहता हूँ अगर आप इन सब के बारे में जानने के लिए इच्छुक है तो हमें अभी फॉलो करे

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